क्रोध मनुष्य के अन्दर छिपे ६ विकारों में से एक है.यह एक ऐसा अवगुण है जो क्षण भर में इंसान की कई गुणों को
नष्ट कर देता है. क्रोध ८ प्रकार की बुराइयों को अपने साथ ले कर प्रकट होता है
1)अन्याय (injustice)
1)अन्याय (injustice)
2)अविवेक (rashness)
3)अत्याचार (cruelty)
4)इर्ष्या (jealousy)
5) लालसा (greed)
6)हिंसा (violence)
7)अपशब्द (abuse)
8)उत्पीडन(prosecution)
'क्रोध' का अपना भरा पूरा परिवार है .क्रोध की पत्नी का नाम हिंसा है. यह
केवल आवाज़ सुन कर बाहर आती है.
क्रोध की दो पुत्रियाँ हैं - निंदा और चुगली . पहली मुह के पास तो दूसरी कान के पास रहती है. क्रोध का पुत्र -बैर है. इर्ष्या इस परिवार की बहु है . इन के पिता हैं भय और माता हैं उपेक्षा . .क्रोध के बड़े भाई हैं -अहंकार और छुटकी बहिन है जिद जो सदैव साथ ही रहती है. इस परिवार से जितना दूर रहें उतना ही अच्छा है
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