Tuesday, January 26, 2016

इंसानियत की कीमत

केरल के एक रेस्तरां में दो गरीब भूखे बच्चों को एक रेस्तरां में खिलाने वाले शख्स को जब होटल ने बिल दिया तो उसकी आंखों में आंसू आ गए.  एक शख्स मलप्पुरम के एक रेस्तरां में खाना खाने गया. जब उसकी प्लेट पर खाना आ गया था तो उसकी प्लेट को बाहर से दो बच्चे कातर नजरों से देख रहे थे. उसने इशारा करके उन्हें अंदर बुला लिया.बच्चों से उस शख्स ने पूछा कि क्या खाओगे तो बच्चों ने उसकी प्लेट में पसरी चीजों को ही खाने की इच्छा जाहिर की. वो बच्चे भाई-बहन थे और पास की ही किसी झुग्गी में रहते थे .उस आदमी ने दोनों के लिए खाने का ऑर्डर दिया और उनके खाने तक उसने खुद कुछ नहीं खाया. दोनों बच्चे खाकर और हाथ धोकर जब चले गए तो उसने अपना खाना खाया और जब खाने का बिल मांगा तो बिल देखखर वो रो पड़ा.क्योंकि बिल पर अमाउंट नहीं लिखा था सिर्फ़ एक टिप्पणी थी "हमारे पास ऐसी कोई मशीन नहीं जो इंसानियत का बिल बना सके ".

Contributed by
Sh Sanjeev ji

No comments: